इम्पेक्ट फोरम मीटिंग
* दिनांक *
22-23 मार्च 2024
* स्थान *
टिप-टॉप इंटरनेशनल, पुणे
* पावन सान्निध्य *
आचार्यश्री महाश्रमणजी के सुशिष्य
मुनिश्री योगेशकुमारजी
* अध्यक्षता *
रमेश डागा
राष्ट्रीय अध्यक्ष, अखिल भारतीय तेरापंथ युवक परिषद्
आशीर्वचन :
अखिल भारतीय तेरापंथ युवक परिषद् मानों एक अनुशासित संस्था है। उसकी कितनी शाखाएं हैं। युवकों में कार्य शक्ति भी है और उस शक्ति का उपयोग करने का प्रयास भी हो रहा है। आदमी में शक्ति हो और उसका सदुपयोग न किया जाए तो उस शक्ति से क्या लाभ? अखिल भारतीय तेरापंथ युवक परिषद् शक्ति का उपयोग भी कर रही है।
अपनी शाखाओं सहित अखिल भारतीय तेरापंथ युवक परिषद एक अच्छी संस्था है। उसकी अच्छाई, कार्य शक्ति, पवित्र योजनाएं और ऊंचाई को प्राप्त करें। यह संस्था अपने सदस्यों की अवस्था की दृष्टि से तेरापंथ समाज की शक्तिशाली संस्था कही जा सकती है। शक्ति के साथ मनोबल और कार्य करने का अच्छा उत्साह भी युवकों में हो सकता है। अखिल भारतीय तेरापंथ युवक परिषद और उसकी शाखाएं आध्यात्मिक दृष्टि से खूब अच्छा विकास करें, शुभाशंसा।
अखिल भारतीय तेरापंथ युवक परिषद्
जैन श्वेताम्बर तेरापंथ धर्मसंघ के नवमाधिशास्ता आचार्यश्री तुलसी के क्रांतिकारी चिंतन से उदित तथा उनके एवं दशमाधिशास्ता आचार्यश्री महाप्रज्ञजी के पावन आध्यात्मिक दिशाबोध में पल्लवित पुष्पित अखिल भारतीय तेरापंथ युवक परिषद् वर्तमान में ग्यारहवें अधिशास्ता आचार्यश्री महाश्रमणजी के आध्यात्मिक संरक्षण में निरन्तर प्रगति की ओर अग्रसर है।
सन् 1964 में राजस्थान के बीकानेर शहर में प्रारम्भ हुआ यह संगठन 60 वर्षों के स्वर्णिम इतिहास को संजोए सम्पूर्ण भारत एवं नेपाल में फैली 355 से अधिक शाखा परिषदों एवं 45000 से अधिक युवाओं के सशक्त नेटवर्क के साथ सेवा, संस्कार और संगठन के क्षेत्र में विभिन्न आध्यात्मिक, सामाजिक और जनोपयोगी गतिविधियों का संचालन कर रहा है। अभातेयुप का मुख्य उद्देश्य युवापीढ़ी को अध्यात्म, नैतिकता और सेवा के सुसंस्कारों से पोषित करना है। सैकड़ों अन्य सामाजिक संस्थाएं और लाखों कार्यकर्ता इस संगठन की विभिन्न जनोपयोगी गतिविधियों के साथ प्रत्यक्ष-अप्रत्यक्ष रूप से जुड़े हुए हैं।
अखिल भारतीय तेरापंथ युवक परिषद् एक ऐसा संगठन है, जहां आध्यात्मिक और सामाजिक गतिविधियों का संगम है। इस संगठन के युवाओं को जहां एक ओर परम पूज्य आचार्यश्री महाश्रमणजी के आध्यात्मिक पथ दर्शन से नैतिकता और अध्यात्म के सुसंस्कार प्राप्त होते हैं, वहीं दूसरी ओर विभिन्न जनोपयोगी गतिविधियों के द्वारा समाज द्वारा समाज और राष्ट्र सेवा का अवसर मिलता है।
इम्पेक्ट फोरम
अभातेयुप द्वारा समाज के युवाओं और किशोरों को उनके व्यक्तिगत विकास के साथ उन्हें उनके सामाजिक उत्तरदायित्व का बोध भी करवाया जाता है। अभातेयुप का यह प्रयास है कि इसके विभिन्न आयामों के माध्यम से समाज में आध्यात्मिक और सामाजिक समृद्धि हो। सबसे पहले व्यक्ति, फिर परिवार, फिर समाज और समाज से राष्ट्र की समृद्धि की कामना के साथ अभातेयुप ने इम्पेक्ट फोरम की परिकल्पना की। इम्पेक्ट फोरम की परिकल्पना में यह चिंतन किया गया कि अभातेयुप की विभिन्न जनोपयोगी गतिविधियों को सीएसआर और एफसीआरए फंड के माध्यम से किस प्रकार समाज सेवा और राष्ट्र सेवा में अधिक से अधिक उपयोगी बनाया जाए।
इम्पेक्ट फोरम प्रथम मीटिंग
समाज सेवा की परिकल्पना को व्यापक स्वरूप प्रदान करने हेतु अखिल भारतीय तेरापंथ युवक परिषद् द्वारा राष्ट्रीय अध्यक्ष श्री रमेश डागा की अध्यक्षता में दिनांक 22-23 मार्च 2024 को पुणे में इम्पेक्ट फोरम की प्रथम मीटिंग का आयोजन अभातेयुप के आध्यात्मिक पर्यवेक्षक मुनिश्री योगेशकुमारजी के पावन सान्निध्य में किया गया। दिनांक 22 मार्च को मध्यान्ह 02:00 बजे नमस्कार महामंत्र के उच्चारण के साथ गोष्ठी प्रारंभ हुई। श्रावक निष्ठा पत्र का वाचन राष्ट्रीय अध्यक्ष श्री रमेश डागा द्वारा किया गया।
मानव सेवा को समर्पित आयाम
युक्क 'श्री' सम्पन्न बनने का करें प्रयास
-मुनि योगेशकुमार
नई सोच के साथ, नए जोश के साथ, नई ऊर्जा के साथ अभातेयुप की युवा शक्ति आगे बढ़ रही है। युवा वे लोग हैं जो विकास को गढ़ते हैं। सामाजिक उत्थान के लिए समर्पित रहते हैं। अपनों के लिए खुशियां बांटने में आनंद की अनुभूति करते हैं। अभातेयुप से जुड़े प्रत्येक युवा का उद्देश्य 'श्री संपन्नो हं स्याम' अर्थात सभी को 'श्री' से संपन्न बनना है। परिस्थितियों को दोष न दें। प्रत्येक परिस्थिति में 'श्री' को पाने का प्रयास करें।
युवा अपनी ऊर्जा का उर्ध्वारोहण करें। ज्ञान और आचरण को सही तरीके से समझें। हमारे कृर्तत्व को आदर्श बनाएं। जो है वह संघ का है। हम संघ के ऋणी हैं। उससे उऋण होने का प्रयास करें। अपनी शक्ति को पहचानें। उस शक्ति का उपयोग स्वयं के विकास के लिए एवं समाज और राष्ट्र के विकास के लिए करें।
इस मीटिंग में जो उत्साह परिलक्षित हुआ है, उस उत्साह की धारा निरंतर प्रवर्धमान रहे और युवाशक्ति अपने श्रम का नियोजन संघ व संगठन के हित में करते रहें।
युवाओं को पावन संबोध प्रदान करते हुए मुनि अक्षय प्रकाशजी।
सुमधुर गीत के साथ युवाओं को प्रेरणा प्रदान करते हुए मुनि ध्रुवकुमारजी।
भौतिक के साथ हो आध्यात्मिक विकास
-मुनि ध्यानमूर्ति
भगवान महावीर ने संदेश दिया कि भौतिक के साथ आध्यात्मिक विकास हो। हम जो भी कार्य करें, उसमें अहिंसा, सत्य और ईमानदारी सर्वोपरि रहे। अखिल भारतीय तेरापंथ युवक परिषद् देश-विदेश में अपना नाम कर रही है। अतः इस पर दायित्व भी बड़ा आ जाता है। अपेक्षित है कि अभातेयुप अपना दायित्व बखूबी निभाए, शांति की स्थापना में अपना योगदान दे। तेरापंथ धर्मसंघ और हमारे पूज्य आचार्य प्रवर विलक्षण हैं। आचार्यश्री महाश्रमणजी के पावन आध्यात्मिक पथ दर्शन में तेरापंथ के युवक अपना खूब आध्यात्मिक विकास करें।
इम्पेक्ट फोरम मीटिंग का सार संक्षेप
अभातेयुप राष्ट्रीय अध्यक्ष श्री रमेश डागा ने मीटिंग में उपस्थित संभागीगण का स्वागत करते हुए कहा कि अभातेयुप स्थायी प्रोजेक्ट की दिशा में आगे बढ़ रही है। अध्यक्ष महोदय ने इम्पेक्ट फोरम के गठन की जानकारी देते हुए उसमें श्री नवीन सांखला एवं श्री जय चोरड़िया के नाम की घोषणा की। उन्होंने बताया कि चेन्नई एवं पुणे में आचार्य तुलसी जैन हॉस्टल के लिये एक-एक भवन एवं सूरत में हॉस्पिटल के लिये एक भवन के विषय में चिंतन & 23 MARCH 2024 चल रहा है। उन्होंने इम्पेक्ट फोरम मीटिंग में सान्निध्य एवं उद्बोधन प्रदान करवाने के लिये मुनिश्री योगशकुमारजी आदि मुनिवृंद के प्रति कृतज्ञता ज्ञापित की। मीटिंग की रूपरेखा से क्रियान्विति तक के सारे कार्यों में सहयोग के लिए उपाध्यक्ष श्री पवन मांडोत के प्रति आभार ज्ञापित किया। मीटिंग में विशेष सहयोग हेतु कोषाध्यक्ष श्री नरेश सोनी, कार्यसमिति सदस्य श्री मयंक धाकड़, श्री विकास कोठारी के प्रति आभार ज्ञापित किया। अध्यक्ष महोदय ने मीटिंग में प्रत्यक्ष-अप्रत्यक्ष रूप से सहयोगी बने सभी महानुभावों के प्रति साधुवाद प्रकट किया।
उपाध्यक्ष प्रथम श्री पवन मांडोत ने ABTYP Impact Forum : Planting the seeds of prosperity, Partnering for Impact विषय पर जानकारी प्रदान करते हुए कहा कि अभातेयुप को सपनों को हकीकत में बदलना है। सपने अभातेयुप की प्रगति और व्यक्तिगत विकास का बीज है, जिन्हें हम सबको मिलकर एक व्यवस्थित कार्ययोजना और निर्णायक कार्यवाही के माध्यम से साकार करना है। हम बड़े सपने देखें, स्मार्ट लक्ष्य निर्धारित करें और निर्धारित लक्ष्य की दिशा में आगे बढ़ें। हम यह सुनिश्चित करें कि हम क्या हासिल करना चाहते हैं? प्रगति के लिए मापदंड स्थापित करें। यह भी सुनिश्चित करना आवश्यक है कि हमारे लक्ष्य हमारे दृष्टिकोण और मूल्यों के अनुरूप हों। लक्ष्य प्राप्ति के लिए समय सीमा निर्धारित करें। हमारी लक्ष्य पूर्ति में आने वाली चुनौतियों का आकलन कर उनके समाधान के लिए पूर्व रणनीति तय करें। लक्ष्य को प्राप्त करने के लिए अपने आप पर विश्वास रखें, अपने लक्ष्यों के प्रति प्रतिबद्ध रहें और समर्पण और दृढ़ता के साथ आगे बढ़ें।
शेयर समाधान लिमिटेड के चेयरमैन एवं आमंत्रित वक्ता श्री अभय चिंडालिया ने 'कनेक्ट कैसे करें' विषय पर प्रस्तुति देते हुए कहा कि प्रत्येक व्यक्ति के मन में अपेक्षा रहती है कि हम अपने संपर्कों का लाभ कैसे उठायें। संघ और संगठन से हमारी पहचान है। हम एक दूसरे से परिचय करें। जब हम एक दूसरे को जानेंगे तभी उस संपर्क का हमें लाभ भी मिलेगा। इसलिए जहां भी जाएं वहां ज्यादा से ज्यादा लोगों से संपर्क कर अपनी व्यक्तिगत पहचान बनाएं।
अभातेयुप समिति सदस्य एवं आमंत्रित वक्ता सी.ए. श्री नवीन सांखला ने सीएसआर और एफसीआरए के संदर्भ में जानकारी प्रस्तुत की। उन्होंने सीएसआर किन-किन व्यवसायिक संस्थानों के लिए आवश्यक है, कितनी राशि का सीएसआर प्रतिवर्ष करना होता है, कौनसी सामाजिक संस्थाएं किस सेवा कार्य के लिए सीएसआर फंड प्राप्त कर सकती है आदि बिंदुओं पर पीपीटी के माध्यम से विस्तृत एवं सारगर्भित अवगति प्रदान की। इस संदर्भ में सदन से प्राप्त जिज्ञासाओं को समाहित किया।
कोषाध्यक्ष श्री नरेश सोनी ने अपने विचार व्यक्त करते हुए कहा कि आज यह इम्पेक्ट फोरम की बैठक अभातेयुप के सभी आयामों को आत्मनिर्भर बनाने की दिशा में चिंतन का एक प्रयास है। अब हमें नये चिंतन और नये विजन के साथ आगे बढ़ना है। अभातेयुप के सभी आयामों को आत्मनिर्भर बनाते हुए विकास के पथ पर अग्रसर होना है।
मुम्बई से समागत श्री नितिन बागरेचा ने कहा कि जो ट्रांसफोर्म के साथ परफोर्म करता है, वही सफल होता है। टीम के साथ आगे बढ़ने की कार्य प्रणाली इस संगठन की ताकत है। इस संगठन और इसके कार्यकर्ताओं के सामने कोई भी लक्ष्य बड़ा नहीं है। मेरा भी सौभाग्य है कि मैं इस संगठन से जुड़ा हूं। मुझे जो भी कार्य दायित्व दिया जाएगा उसे मैं पूरी टीम के साथ मिलकर पूरा करने का प्रयास करूंगा।
आचार्य महाप्रज्ञ प्रतिभा पुरस्कार से सम्मानित प्रबुद्ध विचारक अमेरिका से श्री अजय भूतोड़िया ने जूम के माध्यम से इस मीटिंग में अपनी सहभागिता करते हुए अभातेयुप को सीएसआर और एफसीआरए संबंधी टिप्स प्रदान किए। उन्होंने अभातेयुप की गतिविधियों में सहयोग के लिए पदाधिकारीगण को अमेरिका आने के लिए आमंत्रित किया और यथासंभव सहयोग का आश्वासन प्रदान किया। श्री जय चोरड़िया ने मोडरेट की भूमिका का निर्वहन किया। श्री अजय भूतोड़िया को आशीर्वचन प्रदान करते हुए मुनिश्री योगेशकुमारजी ने कहा कि अजयजी इतने ऊंचे पद पर होकर भी मूल में अध्यात्म के संस्कार है। अपने आदर्शों के पक्के हैं। यह सभी युवाओं के लिए प्रेरणा है कि ऊंचाई पर पहुंचने के बाद भी अपने संस्कारों और संस्कृति को सुरक्षित कैसे रखा जाए। अजयजी संघ की प्रभावना करते रहें एवं समाज व राष्ट्र की सेवा करते रहें।
अहमदाबाद से समागत श्री अशोक लूणिया ने अपने विचार व्यक्त करते हुए कहा कि अभातेयुप एक गुरु और एक विधान के आधार पर चलने वाला संगठन है। इस संगठन ने अपनी छः दशकों की यात्रा सम्पन्न कर ली है। दरी बिछाने जैसे सामान्य कार्य करने वाले इस संगठन के कार्यकर्ताओं ने गुरु के आशीर्वाद एवं अपने निष्ठापूर्ण श्रम और समर्पण से रक्तदान का विश्व कीर्तिमान तक रच दिया है। यह कार्यकर्ताओं की एकता एवं संगठन का उदाहरण है, जो इसे विलक्षणता प्रदान करता है। अभातेयुप में कार्य करने एवं विकास की असीम सम्भावनाएं हैं। अभातेयुप की गतिविधियों को आत्मनिर्भर बनाने का प्रयास हो।
आचार्य महाप्रज्ञ प्रतिभा पुरस्कार से सम्मानित प्रबुद्ध विचारक उदयपुर से समागत श्री राजीव सुराणा ने उपस्थित कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए कहा कि अभातेयुप एवं तेयुप से जुड़े प्रत्येक युवक का यह चिंतन हो कि हम संघ और संगठन की प्रगति में कैसे सहयोगी बनें। इस मीटिंग में अनेक महत्वपूर्ण चर्चाएं हुई हैं। हम सब का यह दायित्व है कि हम यहां से संकल्पबद्ध होकर जाएं। जिस प्रकार देश की प्रगति में युवा शक्ति का बड़ा योगदान है, उसी प्रकार तेरापंथ समाज की प्रगति में भी युवा शक्ति का बड़ा योगदान है। पूज्य गुरुदेव की शक्ति और आशीर्वाद हम सभी के साथ है। संघ एवं संगठन की सेवा के लिए मैं किसी भी कार्य के लिए सदैव तत्पर हूं।
श्री ऋषि दूगड़ द्वारा गाये गये थीम सोंग की विडियो प्रस्तुति हुई। विशेष अतिथि के रूप में समागत शेयर समाधान के चेयरमैन श्री अभय चिंडालिया का परिचय सहमंत्री श्री भूपेश कोठारी ने प्रस्तुत किया।